तुलसी में समस्त देवताओं का निवास है, अतएव उनकी अर्चना करने से समस्त देवों के पूजन का फल मिलता है। ॥1॥
तुलस्यां सकला देवाः वसन्ति सततं यतः।
अतस्तामर्चयेल्लोकःसर्वान्देवानसमर्चयन ।।1।।
जो व्यक्ति स्नान के जल में तुलसी डालकर उपयोग में लाता है वह सब तीर्थों में नहाया हुआ समझा जाना चाहिए और वह सब यज्ञों में बैठने का अधिकारी है। ॥2॥
स स्नानः सर्वतीर्थ सर्वयज्ञेषुदीक्षितः।
तुलसीपत्रतोयं च योऽभिषेक समाचरेत ।।2।।
************************************************
25 दिसम्बर " तुलसी पूजन दिवस " - Pujya Sant Shri Asharam Ji Bapu
No comments:
Post a Comment