रोपनात् पालनान् सेकान् दर्शनात्स्पर्शनान्नृणाम् ।
तुलसी दह्यते पाप वाढुमतः काय सञ्चितम् ।।
तुलसी को लगाने से, पालने से, सींचने से, दर्शन करने से, स्पर्श करने से, मनुष्यों के मन, वचन और काया से संचित पाप जल जाते हैं।
************************************************
25 दिसम्बर " तुलसी पूजन दिवस " - Pujya Sant Shri Asharam Ji Bapu
तुलसी दह्यते पाप वाढुमतः काय सञ्चितम् ।।
तुलसी को लगाने से, पालने से, सींचने से, दर्शन करने से, स्पर्श करने से, मनुष्यों के मन, वचन और काया से संचित पाप जल जाते हैं।
************************************************
25 दिसम्बर " तुलसी पूजन दिवस " - Pujya Sant Shri Asharam Ji Bapu

No comments:
Post a Comment