देश भर में बलात्कार की बयानबाजी के सन्दर्भ में
.......... पूरा पढ़ें एवं समाज को जागरूक करें !!
कुछ दिनों पहले दिल्ली में हुए बलात्कार के कारण अपनी बेटी की दर्दनाक मौत से पीड़ित अभिभावकों की आँख के आंसू अभी सूखे भी नहीं थे कि क्रम से पुनः ठीक इसी तरह की घटनाए सामने आने लगी हैं , जिस दौर में गुनाहों की सैकड़ों फाईले पेंडिंग पड़ी हों उस समय अचानक एक ही तरह से हो रहे क्रम्सार मौतों को जब मीडिया इस तरह उजागर करने लगे तब समाज का कोई भी जागरूक मानस संदेहों से घिर जाता है की आखिर ये भांड मिडिया इतनी ईमानदारी कैसे दिखा रही है ?????
इसके पीछे राजनितिक पहलुओं पर गौर करें तो संभव है की ये तथ्य सामने आयें !
१) आने वाले चुनावों के दौर में इन बलात्कारियों को कुछ सजा निर्धारित करके वर्तमान सरकार मतदाताओ का सहानुभूति बटोरना चाहती हो ताकि समाज का ध्यान महंगाई , भ्रष्टाचार , अफजल गुरु एवं अन्य जल्जलाती मुद्दे से हटाकर इन अपराधियों की और मोड़ा जा सके !
२) देश में " लव जिहाद " के पहलु पर विचार करें तो हिन्दू समाज में इसके प्रभावों से जागरूक हुए परिवारों ने कुछ हद तक युवतियों पर अनुशाशन बढ़ाया है और कुछ हद तक युवतियां भी अनुशःषित हुयी हैं ! कुछ एंटी लव जिहाद संगठन भी बने हैं जिनको स्थानीय सहायता भी मिल जाती है, इसीलिए लव जिहाद को लेकर मुस्लिम महामहिमो की अपेक्षाओं को सरकारी सहकार पूर्णतया नहीं मिल पाने की स्थिति में इसका ठीक उल्टा हल निकाला जा सकता है ! वैसे तो जिहादी , गैर मुस्लिम लड़कियों को फंसाने हेतु साम दाम दंड भेद और इससे भी ना चले तो तंत्र विद्या का भी सहारा लेते हैं लेकिन अगर मुस्लिम लडकियां ये जिम्मेदारी ले लें तो उन्हें हिन्दू लड़कों को फंसाना कितना आसान होगा ! और फिर उनपर रेप का आरोप लगाकर उनसे हर किस्म का काम करवाया जा सकता है चाहे तो पैसे निकलवा लो अथवा कोई गैर कानूनी काम करवा लो अब एक बात पर गौर करें, अगर कोई ऐसा कानून बना दिया जाए की रेप या रेप की कोशिश करने वालों को दोषी साबित हो जाने पर फांसी अथवा कोई अन्य बड़ी सजा दी जा सकती हो तो इन जिहादियों को किस तरह के राजनितिक लाभ हो सकते हैं ??????
अ ) लव जिहाद की शिकार अब लडकियां नहीं बल्कि लड़के होने लगेंगे ! समाज की विवाह प्रथा भी अग्नि को साक्षी मानकर किया जाने के बदले कोर्ट को साक्षी मानकर कुछ निर्धारित बांड्स पर होना आरम्भ हो जाएगा ! जो की हिन्दुओं की सामाजिक एकता को खंडित कर देगा , पारिवारिक सामंजस्य टूटेगा और उसमे दीर्घकालिक स्थिरता पौराणिक कथाओं के कल्पित अंशों के रूप में सुनने को मिलेंगे , परिवारों में मतभेद बढ़ेंगे , और इसका लाभ उठाएंगे ,,, !!! कौन ??? वो हमें सोचना है !!!!
आ ) हमारा राष्ट्रीय संविधान ऐसे निति मूल्यों पर आधारित है की किसी भी सामाजिक विसंगति में कोई भी नया कानून हिन्दुओं के पक्ष में नहीं हो सकता क्युकी वह धर्म निरपेक्ष है लेकिन यहाँ गौर करने पर मालुम पड़ता है की हिन्दू अन्य धर्मावलम्बियों की धार्मिक भावना के प्रति निरपेक्ष रहता है न की विधर्मियों के आक्रामक कुकृत्यों के प्रति और कानून ऐसे बांये जाते है की धर्म निरपेक्षता को पीछे छोड़ दिया जाता है और उनके आक्रामक पहलुओं के प्रति निरपेक्ष होने का कानून बनाकर हिन्दुओं के मौलिक अधिकारों की बलि चढ़ा दी जाती है!
इ ) ऐसे कार्यों में सीधे सीधे संलग्न है पूरा का पूरा कांग्रेस परिवार और उनके सभी सहयोगी , ये कंग्रेस्सी जानते हैं की अबकी बार देश की जनता उनका चुनाव किसी भी हालत में होने नहीं देगी इसीलिए वो कुछ ऐसे कानून बनवा कर जाना चाहती है जिससे हिन्दुओं को आजीवन बे मौत की मौत मरना पड़े , इसीलिए मेरे भाइयों जिस किसी भी सज्जन के पास मेरा यह सन्देश पहुँच रहा हो अगर वह कोई प्रभाव शाली व्यक्तित्व हों तो पुनः एक बार मेरी गुजारिश है की देश के संविधान से सभी हिन्दू विरोधी तथ्यों को बदलना ही होगा !
ई ) हम लोगों ने सोसल मिडिया के द्वारा कई बार यह सुना है की " माइक कुले " ने सर्व प्रथम देश की शिक्षा पद्धति एवं धार्मिक परम्पराओं की बलि देकर ही देश को गुलाम बनाने की पहल ब्रिटिश सरकारों के समक्ष रखी थी और तदनुरूप उनके सभी आयोजन सफल हुए ! अर्थात समृद्ध भारत की और आकर्षित होकर इसको लुटने के लिए अंग्रेजों ने पूर्व नियोजित षड्यंत्रों के द्वारा लक्ष्य साधने के लिए अपने गुप्तचरों की टीम भेजी थी और उनका मुखिया था " वास्को डिगामा और माइक कुले " ! ऐसे विदेशियों की इंटेलिजेंस ब्यूरो आज भी देश के आधिकारिक लोगों के पीछे लगी रहती हैं जो की उनके कार्यों में सहयोगी बनकर उनके और समाज के बिच मीडियम बन जाती हैं और सारा सर्वे विदेशी महामहिमो को भेजती रहती हैं , जिससे उनको हमारी कमजोर नसें पकड़ सकें और पुनः देश में अपना पैर जमा सके ! मान लो की अगर आज अपने हितेच्छु सरकार बन भी गयी तो उनके पीछे जो इंटेलिजेंस लगे हैं उनको ये वर्तमान सरकारे हमारे लिए छोड़ जायेंगे जीको हम पहचान कर भी कुछ कर नहीं पायेंगे !!!!!!!!
कुछ दिनों पहले दिल्ली में हुए बलात्कार के कारण अपनी बेटी की दर्दनाक मौत से पीड़ित अभिभावकों की आँख के आंसू अभी सूखे भी नहीं थे कि क्रम से पुनः ठीक इसी तरह की घटनाए सामने आने लगी हैं , जिस दौर में गुनाहों की सैकड़ों फाईले पेंडिंग पड़ी हों उस समय अचानक एक ही तरह से हो रहे क्रम्सार मौतों को जब मीडिया इस तरह उजागर करने लगे तब समाज का कोई भी जागरूक मानस संदेहों से घिर जाता है की आखिर ये भांड मिडिया इतनी ईमानदारी कैसे दिखा रही है ?????
इसके पीछे राजनितिक पहलुओं पर गौर करें तो संभव है की ये तथ्य सामने आयें !
१) आने वाले चुनावों के दौर में इन बलात्कारियों को कुछ सजा निर्धारित करके वर्तमान सरकार मतदाताओ का सहानुभूति बटोरना चाहती हो ताकि समाज का ध्यान महंगाई , भ्रष्टाचार , अफजल गुरु एवं अन्य जल्जलाती मुद्दे से हटाकर इन अपराधियों की और मोड़ा जा सके !
२) देश में " लव जिहाद " के पहलु पर विचार करें तो हिन्दू समाज में इसके प्रभावों से जागरूक हुए परिवारों ने कुछ हद तक युवतियों पर अनुशाशन बढ़ाया है और कुछ हद तक युवतियां भी अनुशःषित हुयी हैं ! कुछ एंटी लव जिहाद संगठन भी बने हैं जिनको स्थानीय सहायता भी मिल जाती है, इसीलिए लव जिहाद को लेकर मुस्लिम महामहिमो की अपेक्षाओं को सरकारी सहकार पूर्णतया नहीं मिल पाने की स्थिति में इसका ठीक उल्टा हल निकाला जा सकता है ! वैसे तो जिहादी , गैर मुस्लिम लड़कियों को फंसाने हेतु साम दाम दंड भेद और इससे भी ना चले तो तंत्र विद्या का भी सहारा लेते हैं लेकिन अगर मुस्लिम लडकियां ये जिम्मेदारी ले लें तो उन्हें हिन्दू लड़कों को फंसाना कितना आसान होगा ! और फिर उनपर रेप का आरोप लगाकर उनसे हर किस्म का काम करवाया जा सकता है चाहे तो पैसे निकलवा लो अथवा कोई गैर कानूनी काम करवा लो अब एक बात पर गौर करें, अगर कोई ऐसा कानून बना दिया जाए की रेप या रेप की कोशिश करने वालों को दोषी साबित हो जाने पर फांसी अथवा कोई अन्य बड़ी सजा दी जा सकती हो तो इन जिहादियों को किस तरह के राजनितिक लाभ हो सकते हैं ??????
अ ) लव जिहाद की शिकार अब लडकियां नहीं बल्कि लड़के होने लगेंगे ! समाज की विवाह प्रथा भी अग्नि को साक्षी मानकर किया जाने के बदले कोर्ट को साक्षी मानकर कुछ निर्धारित बांड्स पर होना आरम्भ हो जाएगा ! जो की हिन्दुओं की सामाजिक एकता को खंडित कर देगा , पारिवारिक सामंजस्य टूटेगा और उसमे दीर्घकालिक स्थिरता पौराणिक कथाओं के कल्पित अंशों के रूप में सुनने को मिलेंगे , परिवारों में मतभेद बढ़ेंगे , और इसका लाभ उठाएंगे ,,, !!! कौन ??? वो हमें सोचना है !!!!
आ ) हमारा राष्ट्रीय संविधान ऐसे निति मूल्यों पर आधारित है की किसी भी सामाजिक विसंगति में कोई भी नया कानून हिन्दुओं के पक्ष में नहीं हो सकता क्युकी वह धर्म निरपेक्ष है लेकिन यहाँ गौर करने पर मालुम पड़ता है की हिन्दू अन्य धर्मावलम्बियों की धार्मिक भावना के प्रति निरपेक्ष रहता है न की विधर्मियों के आक्रामक कुकृत्यों के प्रति और कानून ऐसे बांये जाते है की धर्म निरपेक्षता को पीछे छोड़ दिया जाता है और उनके आक्रामक पहलुओं के प्रति निरपेक्ष होने का कानून बनाकर हिन्दुओं के मौलिक अधिकारों की बलि चढ़ा दी जाती है!
इ ) ऐसे कार्यों में सीधे सीधे संलग्न है पूरा का पूरा कांग्रेस परिवार और उनके सभी सहयोगी , ये कंग्रेस्सी जानते हैं की अबकी बार देश की जनता उनका चुनाव किसी भी हालत में होने नहीं देगी इसीलिए वो कुछ ऐसे कानून बनवा कर जाना चाहती है जिससे हिन्दुओं को आजीवन बे मौत की मौत मरना पड़े , इसीलिए मेरे भाइयों जिस किसी भी सज्जन के पास मेरा यह सन्देश पहुँच रहा हो अगर वह कोई प्रभाव शाली व्यक्तित्व हों तो पुनः एक बार मेरी गुजारिश है की देश के संविधान से सभी हिन्दू विरोधी तथ्यों को बदलना ही होगा !
ई ) हम लोगों ने सोसल मिडिया के द्वारा कई बार यह सुना है की " माइक कुले " ने सर्व प्रथम देश की शिक्षा पद्धति एवं धार्मिक परम्पराओं की बलि देकर ही देश को गुलाम बनाने की पहल ब्रिटिश सरकारों के समक्ष रखी थी और तदनुरूप उनके सभी आयोजन सफल हुए ! अर्थात समृद्ध भारत की और आकर्षित होकर इसको लुटने के लिए अंग्रेजों ने पूर्व नियोजित षड्यंत्रों के द्वारा लक्ष्य साधने के लिए अपने गुप्तचरों की टीम भेजी थी और उनका मुखिया था " वास्को डिगामा और माइक कुले " ! ऐसे विदेशियों की इंटेलिजेंस ब्यूरो आज भी देश के आधिकारिक लोगों के पीछे लगी रहती हैं जो की उनके कार्यों में सहयोगी बनकर उनके और समाज के बिच मीडियम बन जाती हैं और सारा सर्वे विदेशी महामहिमो को भेजती रहती हैं , जिससे उनको हमारी कमजोर नसें पकड़ सकें और पुनः देश में अपना पैर जमा सके ! मान लो की अगर आज अपने हितेच्छु सरकार बन भी गयी तो उनके पीछे जो इंटेलिजेंस लगे हैं उनको ये वर्तमान सरकारे हमारे लिए छोड़ जायेंगे जीको हम पहचान कर भी कुछ कर नहीं पायेंगे !!!!!!!!
Posted By-Amit Shaw
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