स्त्री-जाति के प्रति मातृभाव प्रबल करो
श्री
रामकृष्ण
परमहंस कहा
करते थे : “ किसी
सुंदर स्त्री
पर नजर पड़ जाए
तो उसमें माँ
जगदम्बा के
दर्शन करो | ऐसा विचार
करो कि यह
अवश्य देवी का
अवतार है, तभी तो
इसमें इतना
सौंदर्य है | माँ
प्रसन्न होकर
इस रूप में
दर्शन दे रही
है, ऐसा
समझकर सामने
खड़ी स्त्री को
मन-ही-मन प्रणाम
करो | इससे
तुम्हारे
भीतर काम
विकार नहीं उठ
सकेगा |
मातृवत्
परदारेषु
परद्रव्येषु
लोष्टवत् |
पराई
स्त्री को
माता के समान
और पराए धन को
मिट्टी के
ढेले के समान
समझो |
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